चार पल की हसिं
और ऐसी नाराज़गी वजह एक सच्च
हस्त था मैं हँसता था मैं, जो रूठ गया खुद से वजह एक सच्च ।।
हिम्मत देता था जो कभी किसी को
सीमट गया वजह एक सच्च ।
सोच लिया था कुछ ज्यादा टूट गया आज , वजह एक सच्च ।।
उम्मीद थी कुछ ज्यादा, बिखर गए ख्वाब
सज़ा हो गयी, वजह एक सच्च
@बन जाए मुसाफिर तू सच्चा हो जाएगा सब हो जाएगा खुद -ब-खुद@अच्छा
और ऐसी नाराज़गी वजह एक सच्च
हस्त था मैं हँसता था मैं, जो रूठ गया खुद से वजह एक सच्च ।।
हिम्मत देता था जो कभी किसी को
सीमट गया वजह एक सच्च ।
सोच लिया था कुछ ज्यादा टूट गया आज , वजह एक सच्च ।।
उम्मीद थी कुछ ज्यादा, बिखर गए ख्वाब
सज़ा हो गयी, वजह एक सच्च
@बन जाए मुसाफिर तू सच्चा हो जाएगा सब हो जाएगा खुद -ब-खुद@अच्छा
Laajawab
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